फॉरेक्स ट्रेडर्स ने कहा कि अन्य ओवरसीज करंसीज की तुलना में अमेरिकी डॉलर में मजबूती और फॉरेन फंड का आउटफ्लो बढ़ने से रुपए
मुंबई. अमेरिका और चीन के बीच टकराव बढ़ने के संकेतों से रुपया गुरुवार को 54 पैसे कमजोर होकर प्रति डॉलर 71 के पार पहुंच गया। इसके अलावा अमेरिकी करंसी में मजबूती और इक्विटी मार्केट में कमजोरी का असर भी रुपए पर दिख रहा है। फॉरेक्स ट्रेडर्स ने कहा कि अन्य ओवरसीज करंसीज की तुलना में अमेरिकी डॉलर में मजबूती और फॉरेन फंड का आउटफ्लो बढ़ने से रुपए पर दबाव बढ़ गया है।
एफपीआई और डीआईआई ने की भारी बिकवाली
इंटरबैंक फॉरेन एक्सचेंज में रुपया कमजोर होकर 70.82 के स्तर पर खुला और कुछ ही देर में 54 पैसे कमजोर होकर रुपए ने प्रति डॉलर 71 का स्तर तोड़ दिया। बीएसई पर
उपलब्ध प्रोविजनल डाटा के मुताबिक, बुधवार को फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स (FPIs) ने 357.82 करोड़ रुपए के शेयरों की बिकवाली की। वहीं डॉमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (DIIs) ने 791.59 करोड़ रुपए के शेयर बेचे।
उपलब्ध प्रोविजनल डाटा के मुताबिक, बुधवार को फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स (FPIs) ने 357.82 करोड़ रुपए के शेयरों की बिकवाली की। वहीं डॉमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (DIIs) ने 791.59 करोड़ रुपए के शेयर बेचे।
फिच रेटिंग्स ने घटाया ग्रोथ अनुमान
इस बीच फिच रेटिंग्स ने चालू वित्त वर्ष यानी 2018-19 के लिए भारत का जीडीपी ग्रोथ अनुमान घटाकर 7.2 फीसदी कर दिया, जबकि पहले 7.8 फीसदी रखा था। रेटिंग एजेंसी ने गुरुवार को अपना ग्लोबल इकोनॉमिक आउटलुक जारी करते हुए वित्त वर्ष 2019-20 और 2020-21 में जीडीपी ग्रोथ क्रमशः 7 फीसदी और 7.1 फीसदी रहने का अनुमान जाहिर किया है।
प्रति डॉलर 75 तक जा सकता है रुपयाः फिच
फिच ने करंट अकाउंट डेफिसिट को लेकर भी चिंताएं जाहिर कीं। फिच ने कहा, ‘ग्लोबल फाइनेंसिंग कंडीशंस में सख्ती के बीच करंट अकाउंट डेफिसिट बढ़ने से रुपए पर प्रेशर बढ़ सकता है। हमारा अनुमान है कि 2019 के अंत तक रुपया प्रति डॉलर 75 के स्तर तक पहुंच सकता है।’
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